Get Driving License Without Going to RTO : RTO जाकर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की झंझट हुई खत्म, जानिए कैसे

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Get Driving License Without Going to RTO : RTO जाकर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की झंझट हुई खत्म, जानिए कैसे : ड्राइविंग लाइसेंस कैसे बनवाए?, ड्राइविंग लाइसेंस कहाँ से बनवाए?, ड्राइविंग लाइसेंस नए नियम, ड्राइविंग लाइसेंस के नए नियम, – केंद्र सरकार द्वारा जारी किये गए Driving License Without Going to RTO के लिए नए नियम अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए टेस्ट का झंझट खत्म कर दिया गया है.

अब आम आदमी को ड्राइविंग लाइसेंस के लिए क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) जाने की जरूरत नहीं होगी. इसके अतिरिक्त आपको आरटीओ (RTO) कार्यालय में लंबी लाइनों में भी नहीं लगना पड़ेगा. जानिए पूरी जानकारी इस लेख के माध्यम से

यदि आप अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना चाहते हैं तो आप इन स्टेप्स को फॉलो करके अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवा सकते है. ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की संपूर्ण प्रक्रिया नीचे बताई गई है.

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Driving License Without Going to RTO

Driving License Without Going to RTO

Get Driving License Without Going to RTO क्या हैं नए नियम

  • Driving Licence के लिए प्रशिक्षण केंद्रों को लेकर सड़क एवं परिवहन मंत्रालय की और से कुछ दिशा-निर्देश और शर्तें हैं. जिसमें प्रशिक्षण केंद्रों के क्षेत्र से लेकर प्रशिक्षक की शिक्षा तक के नियम शामिल है.
  • अधिकृत एजेंसी यह सुनिश्चित करेगी कि दोपहिया, तिपहिया और हल्के मोटर वाहनों के प्रशिक्षण केंद्रों के पास कम से कम एक एकड़ भूमि हो.

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  • मध्यम और भारी यात्री माल वाहनों या ट्रेलरों के लिए केंद्रों के लिए दो एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी.
  • साथ ही ट्रेनर कम से कम 12वीं पास होना चाहिए और कम से कम पांच साल का ड्राइविंग अनुभव होना चाहिए, ट्रैफिक नियमों की सम्पूर्ण जानकारी होनी चाहिए.
  • इसके लिए मंत्रालय ने एक शिक्षण पाठ्यक्रम भी निर्धारित किया है. जिसमे हल्के मोटर वाहन चलाने के लिए, पाठ्यक्रम की अवधि अधिकतम 4 सप्ताह की होगी जो 29 घंटे तक चलेगी.
  • इन ड्राइविंग सेंटर्स के सिलेबस को 2 भागों, सिद्धांत और व्यावहारिक में बांटा जाएगा.
  • लोगों को बुनियादी सड़कों, ग्रामीण सड़कों, राजमार्गों, शहर की सड़कों, रिवर्सिंग और पार्किंग, चढ़ाई और डाउनहिल ड्राइविंग इत्यादि पर गाड़ी चलाने के लिए सीखने में 21 घंटे खर्च करना पड़ता है. सिद्धांत भाग पूरे पाठ्यक्रम के 8 घंटे को कवर करेगा, इसमें समझ शामिल होगी सड़क शिष्टाचार, रोड रेज, यातायात शिक्षा, दुर्घटनाओं के कारणों को समझना, प्राथमिक उपचार और ईंधन दक्षता ड्राइविंग आदि को शामिल किया जाएगा.

Driving License (DL) के लिए ड्राइविंग टेस्ट जरूरी नहीं

 ड्राइविंग लाइसेंस (DL) प्राप्त करना अब बहुत आसान हो गया है. केंद्र सरकार द्वारा कुछ नियमों में बदलाव किया गया है, जिसके बाद आम आदमी को ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आरटीओ (RTO) जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए अब आपको रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (RTO) के चक्कर लगाने और लंबी लाइन में खड़े होने की जरूरत नहीं है. केंद्र सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के नियमों को बेहद आसान बना दिया है.

ड्राइविंग लाइसेंस के नियमों में किए गए संशोधन के अनुसार अब आपको आरटीओ (RTO) जाकर किसी भी तरह का ड्राइविंग टेस्ट देने की जरूरत नहीं होगी. Driving License Without Going to RTO  के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इन नियमों को अधिसूचित किया है, ये नियम भी लागू हो गए हैं. इससे वे ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आरटीओ की वेटिंग लिस्ट में पड़े हैं, उन्हें बड़ी राहत मिलेगी.

Driving Licence के लिए ड्राइविंग स्कूल जाकर लें प्रशिक्षण (Training)

अब आपको ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आरटीओ में टेस्ट का इंतजार नहीं करना होगा. आप किसी भी मान्यता प्राप्त ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए खुद को पंजीकृत करवा सकते हैं. उन्हें ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल से ट्रेनिंग लेनी होगी और वहां टेस्ट पास करना होगा. आवेदकों को स्कूल की ओर से एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा. इस प्रमाण पत्र के आधार पर आवेदक का ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जाएगा.

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